पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने नशा मुक्ति अभियान के तहत जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

जागरूकता वन विभिन्न स्थानों पर जाकर आमजन को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में करेगी जागरूक

हरियाणा सरकार द्वारा चलाए गए केयर अभियान के अंतर्गत पुलिस, नारकोटिक्स, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन, शिक्षा अधिकारी, वेलफेयर अधिकारी के साथ-साथ सामाजिक संस्थाएं तथा नागरिकों को शामिल किया गया है जो आपस में तालमेल बैठाकर नशा मुक्ति के अभियान को बनाएंगे सफल

फरीदाबाद की आवाज :फरीदाबाद 20 जून। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि नागरिकों को नशे के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करने के लिए पुलिस आयुक्त ने सर्वोदय हॉस्पिटल से मछली मार्केट के लिए जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1987 में एक प्रस्ताव पेश कर समाज को नशा मुक्त करने की बात की थी। इसके बाद से हर साल 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया जाने लगा। इसका मुख्य मकसद लोगों को नशा और इससे होने वाले कुप्रभाव के प्रति जागरूक करना है।

आधुनिक समय में नशा का प्रचलन बहुत बढ़ गया है। जानकारों की मानें तो पूर्व में भी नशा किया जाता था। हालांकि, इसका उद्देश्य समाज को दूषित करना कतई नहीं था, लेकिन आजकल नशा की परिभाषा बदल गई है। आजकल बच्चे-बड़े सभी नशे करते हैं। बच्चे तो कई प्रकार के नशा करने लगे हैं, जिनमें शराब, ड्रग्स और हेरोइन शामिल हैं। बच्चों का नशे में रहना गंभीर चिंता का विषय है। बच्चों के हाथ में देश का भविष्य होता है। इससे आने वाली पीढ़ी पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही खपत अधिक होने से अवैध तस्करी भी जमकर हो रही है।

नशे के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए भारत सरकार द्वारा वर्ष 1985 में एनडीपीएस एक्ट लाया गया था। अवैध नशे के कारोबार से जुड़े समाज के ऐसे दुश्मनों के खिलाफ फरीदाबाद पुलिस एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है। नशे के धंधे में संलिप्तता के आधार पर पुलिस द्वारा अभी तक 153 मुकदमें दर्ज किए जा चुके हैं जिसमें 68 मामलों में सजा दिलवाई जा चुकी है। इसके अतिरिक्त अवैध व्यापार से कमाई गई लगभग 04 करोड़ की संपत्ति को जब्त करवाया जा चुका है। नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री पर 10 वर्ष तथा कब्जे में रखने और प्रयोग करने पर 3 वर्ष की सजा का प्रावधान है।

इसके साथ ही हरियाणा सरकार द्वारा नशे पर लगाम लगाने के लिए इसके लिए कार्य कर रही विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए CARE नामक कार्यक्रम शुरू किया है जिसके अंतर्गत पुलिस, नारकोटिक्स, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन, शिक्षा अधिकारी, वेलफेयर अधिकारी के साथ-साथ सामाजिक संस्थाएं तथा नागरिकों को शामिल किया गया है जो यह सभी संस्थाएं मिलकर आपस में तालमेल बैठाकर नशा मुक्ति के अभियान को सफल बनाएंगे।

फरीदाबाद पुलिस द्वारा चलाए गए इस अभियान के अंतर्गत पुलिस की गाड़ी विभिन्न स्थानों पर जाकर नागरिकों को नशे के विरुद्ध जागरूक करेगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को नशा के दुष्प्रभावों से अवगत कराना है। नशा करने से न केवल धन की क्षति होती है, बल्कि कई बीमारियाँ भी घर कर जाती हैं। इससे मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए बच्चों के माता-पिता से भी अपील है कि अपने बच्चों का ध्यान रखें और उन्हें गलत संगत में पड़ने से बचाएं। साथ ही युवा नशे को छोड़कर अपनी उर्जा को अच्छी दिशा में लगाएं ताकि आप और आपके परिवार की खुशियां सलामत रहे।

नशीले पदार्थों की खरीद-फरोख्त करने वालों की सूचना तुरंत पुलिस को टोल फ्री नंबर 9050891508 पर देकर समाज को नशा मुक्त करने में पुलिस का सहयोग करें। पुलिस को सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

इस अवसर पर फरीदाबाद पुलिस की तरफ से डीसीपी नरेंद्र कादियान, डीसीपी कुशल पाल, एसीपी सुरेंद्र श्योराण, एसीपी मुनीश सहगल, एसीपी देवेंद्र यादव,एसीपी महेंद्र वर्मा और सर्वोदय हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ राकेश गुप्ता, मैनेजिंग डारेक्टर डॉ अंशु गुप्ता, डारेक्टर अमित अग्रवाल डारेक्टर सम्पदा अत्तरी, ग्रुप मेडिकल डारेक्टर डॉ वी. आर. गुप्ता, सर्वोदय कैंसर इंस्टिट्यूट के डारेक्टर डॉ दिनेश पेंढारकर, मेडिकल एडमिनिस्ट्रेटर डॉ सौरभ गहलोत व फरीदाबाद पुलिस ओर सर्वोदय हॉस्पिटल को जोड़ने वाली कड़ी राकेश त्यागी मौजूद रहे।

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