फरीदाबाद की आवाज़ : फरीदाबाद 11 अक्टूबर (दिनेश शर्मा) कोरोना के पीक समय में आक्सीजन संकट के दौरान संकटमोचक बना रेलवे अब बिजली संकट से उबरने के लिए एक्शन मूड में आ गया है। काेयले से लदी मालगाड़ियां बगैर रोके दिल्ली और हरियाणा तक पहुंचायी जा रही है। बिजली संकट से उबरने के लिए रेलवे शनिवार देररात से ही पर्याप्त कोयला थर्मल पावर प्लांट तक पहुंचाने में जुटा है। इसके लिए दिल्ली डिवीजन के रेलवे अधिकारियों की स्पेशल ड्यूटी लगाई गई है। झारखंड से लगातार संपर्क बनाकर लोडिंग करा कोयले से लदी गाडि़याें को पहुंचाने का काम तेज कर दिया है। फरीदाबाद सेक्शन से अब तक 24 घंटे में 18 मालगाड़ियांे को दिल्ली और हरियाणा भेजा जा चुका है। अधिकारियों का कहना है कि हालात सामान्य न होने तक रेलवे अपनी दोगुनी क्षमता से काम करेगा।
24 घंटे में 68904 टन काेयला पहुंचाया गया
रेल अधिकारियों ने बताया कि शनिवार देररात से हुए मिशन के तहत 24 घंटे में फरीदाबाद से होकर कोयले से लदी कुल 18 मालगाड़ियों को दिल्ली और हरियाणा तक भेजा गया है। एक मालगाड़ी में कुल 58 कोच होते हैं। एक कोच में करीब 66 टन कोयला लोड किया जाता है। इस तरह कुल 1044 काेच में 68904 टन कोयला लोड कर थर्मल पावर प्लांट तक पहुंचाया जा चुका है। बता दें कि दिल्ली हरियाणा समेत अन्य राज्यों में संचालित थर्मल पॉवर प्लांटों मंे पर्याप्त कोयला नहीं पहुंच पा रहा है। इससे बिजली का संकट पैदा होने के आसार हैं।
सामान्य दिनों में चार पांच गाड़ियां कोयले की निकलती थी
रेल अधिकारियों की मानें तो सामान्य दिनों में कोयले से लदी चार पांच गाड़ियां ही निकलती थी। लेकिन दिल्ली हरियाणा समेत देश के अन्य राज्यों में कोयला संकट को देखते हुए रेलवे अब अपने मालगाड़ी के रैक को लोहा व अन्य सामान ढोने के बजाय काेयला ढोने में लगा दिया है। रेल अधिकारियों ने बताया कि अभी रेलवे का फोकस सिर्फ कोयले पर है। इसके लिए सभी डिवीजनों के अधिकारी कोयला उत्पादन क्षेत्रों झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल से लगातार संपर्क बनाकर मालगाड़ियाें के खाली रैक भेजकर उनकी लोडिंग करवा रहे हैं और बगैर किसी स्टापेज से उन्हें गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।
अगले आदेश तक जारी रहेगी सप्लाई
रेलवे अधिकारी ने बताया कि अगले आदेश तक मालगाड़ियां लगातार कोयले की सप्लाई जारी रखेंगी। अन्य सामानों की ढुलाई को फिलहाल कुछ दिनों के लिए रोक दिया गया है। खासकर लोहा आदि की सप्लाई प्रभावित रहेगी। थर्मल पावर प्लांटों के हालात सामान्य होने के बाद अन्य सामानों की ढुलाई यथावत शुरू कर दी जाएगी।