फरीदाबाद की आवाज: फरीदाबाद 29 जून।आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा द्वारा चलाए गए नशा मुक्ति अभियान के तहत डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादियान ने संत नगर पहुंचकर नागरिकों के बीच नशे से बचाव के लिए जागरुक करते हुए उन्हें अपने साथियों को भी इससे बचाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर उनके साथ कम्युनिटी पुलिसिंग इंचार्ज इंस्पेक्टर सविता, पुलिस थाना सेक्टर 17 प्रभारी धनप्रकाश, पुलिस चौकी सेक्टर 16 प्रभारी, ट्रैफिक ताऊ सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे। यह कार्यक्रम मिशन जागृति संस्था द्वारा आयोजित करवाया गया था। इसमें सर्वोदय अस्पताल द्वारा जागरूकता अभियान के लिए भेंट की गई पुलिस वैन भी वहां पर मौजूद थी जिस पर स्क्रीन पर फिल्म चलाकर नागरिकों को जागरूक किया जा रहा था।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा फरीदाबाद द्वारा शहर को नशा मुक्त बनाने की मुहिम के तहत डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादियान जगह जगह पर जाकर नागरिकों को नशे से बचाव के बारे में जागरूक कर रहे हैं।
उनका मानना है कि नशे में संलिप्त अपराधियों को पकड़ने के साथ-साथ नागरिकों को नशे से बचाव के बारे में जागरूक करना भी अति आवश्यक है क्योंकि यदि आमजन नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक होंगे तो वह गलत संगत में पड़कर या किसी अन्य के बहकावे में आकर नशे के चंगुल में फसने की बजाय उससे दूर रहने की स्वयं ही कोशिश करेंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस उपायुक्त ने थाना सेक्टर 17 एरिया में ओल्ड रेलवे स्टेशन के पास संत नगर में पहुंचकर आमजन को जागरूक करते हुए कहा कि हम सभी को ज्ञात है कि नशा एक बार जिस घर में दस्तक दे देता है उस घर का सत्यानाश हो ना तय है।
परिवार का एक सदस्य जब नशा करके घर पहुंचता है उसके परिजन उसके साथ बातचीत करने में कतराते हैं और कुछ व्यक्ति नशे की हालत में अपने परिजनों के साथ ही लड़ाई झगड़ा करना शुरू कर देते हैं जिससे परिवार का टूटना शुरू हो जाता है इसका बच्चों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। घरेलू हिंसा के चलते बच्चे अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते और ना ही वह अपनी बात खुलकर अपने परिजनों के सामने रख सकते हैं। नशे की वजह से उत्पन्न हुए इस घरेलू कलह के कारण बहुत सारी जिंदगीयां बर्बाद हो चुकी हैं या होने की कगार पर हैं। जिस व्यक्ति को नशे की लत लग जाती है उसे नशे के अलावा कोई और चीज ध्यान में नहीं रहती और वह हर वक्त नशे की आपूर्ति की जद्दोजहद में लगा रहता है। कई बार पैसा ना होने की वजह से व्यक्ति नशा करने के लिए अपने ही घर में चोरी करना शुरू कर देता है। इस प्रकार नशे की वजह से पहले परिवार में लड़ाई होती हैं उसके बाद वह लड़ाई पड़ोसियों तक पहुंच जाती है और धीरे-धीरे करके वह पूरे समाज में फैल जाती है और इस प्रकार नशा व्यापक रूप से हमारे पूरे समाज को ही खोखला कर देता है।
पुलिस उपायुक्त ने वहां पर मौजूद सभी नागरिकों से नशा न करने की अपील की तथा साथ ही अपने साथियों, दोस्तों, रिश्तेदारों का भी इससे बचाव करने के लिए प्रेरित किया ताकि इस ऊर्जावान युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचाकर इन्हे समाज उत्थान के कार्यों में लगाया जा सके।