देश के शीर्ष 120 इंजीनियरिंग संस्थानों में शामिल हुआ जे.सी. बोस विश्वविद्यालय

  • विश्वविद्यालय ने पहली बार देश के शीर्ष 100 प्रबंधन संस्थानों में जगह बनाई
  • एनआईआरएफ रैंकिंग में लगातार चौथी बार जगह बनाई, रैंकिंग में भी सुधार
  • शीर्ष 120 इंजीनियरिंग संस्थानों में हरियाणा से एकमात्र तकनीकी विश्वविद्यालय
  • विश्वविद्यालय के परिणाम उत्साहजनक, शीर्ष 100 संस्थानों में आना है अगला लक्ष्यः कुलपति प्रो. दिनेश कुमार
    फरीदाबाद की आवाज़ : फरीदाबाद, 12 जून – जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने एक बार फिर से हरियाणा में तकनीकी शिक्षा में अपनी श्रेष्ठता साबित की है। नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2020 द्वारा जारी नवीनतम रैंकिंग में विश्वविद्यालय को हरियाणा के राजकीय विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों में सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है।
    जे.सी. बोस विश्वविद्यालय एकमात्र सरकारी तकनीकी विश्वविद्यालय है, जिसने एनआईआरएफ रैंकिंग में देश के शीर्ष 120 इंजीनियरिंग संस्थानों में अपना स्थान बनाया है। रैंकिंग की इंजीनियरिंग श्रेणी में देशभर से 1071 इंजीनियरिंग संस्थानों ने हिस्सा लिया था। साथ ही, विश्वविद्यालय ने देश के शीर्ष 100 प्रबंधन संस्थानों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
    मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क रैंकिंग सूची में जे.सी. बोस विश्वविद्यालय को इंजीनियरिंग श्रेणी में 120वां स्थान प्राप्त किया है। इस प्रकार, विश्वविद्यालय ने इस वर्ष अपनी रैंकिंग में सुधार किया है, जोकि वर्ष 2019 में 144 थी। इस सूची में शामिल सरकारी संस्थानों में केंद्र सरकार द्वारा संचालित एनआईटी कुरुक्षेत्र ही शीर्ष 120 संस्थानों की सूची में शामिल हैं। इस प्रकार, विश्वविद्यालय देश के प्रमुख संस्थानों की लीग में शामिल हो गया है। हरियाणा के किसी अन्य सरकारी विश्वविद्यालय या संस्थान ने इंजीनियरिंग श्रेणी में शीर्ष 150 में अपनी उपस्थिति नहीं बनाई है। हालांकि, गुरु जंभेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार इस श्रेणी में 195वें स्थान पर रहा है।
    इस वर्ष, विश्वविद्यालय ने पहली बार एनआईआरएफ रैंकिंग में प्रबंधन श्रेणी में भाग लिया और रैंक-बैंड 76-100 में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जो प्रबंधन श्रेणी में स्थान पाने वाला राज्य सरकार का एकमात्र संस्थान है। हालाँकि, प्रबंधन श्रेणी में, केंद्र सरकार के आधीन आईआईएम, रोहतक 21 वें स्थान पर है। इसके अलावा, हरियाणा के दो अन्य निजी संस्थानों को भी 75वें स्थान पर रखा गया है। देश के कुल 630 प्रतिभागी संस्थानों की सूची में हरियाणा का कोई अन्य सरकारी विश्वविद्यालय या संस्थान शीर्ष 100 में अपनी जगह नहीं बना पाया है।
    कुलपति प्रो। दिनेश कुमार ने विश्वविद्यालय को राज्य के श्रेष्ठ इंजीनियरिंग संस्थान के रूप में रैंकिंग मिलने पर प्रसन्नता जताई है और एनआरआईएफ-2020 में विश्वविद्यालय के प्रदर्शन के लिए संकाय सदस्यों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय ने सुधार में निरंतरता दिखाई है और यह लगातार चौथा वर्ष है जब विश्वविद्यालय ने इंजीनियरिंग श्रेणी में एनआईआरएफ रैंकिंग में अपना स्थान सुरक्षित किया है और रैंकिंग में सुधार किया है। यह भी काफी उत्साहजनक है कि विश्वविद्यालय ने देश में सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन संस्थानों के बीच प्रबंधन श्रेणी में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा की गुणवत्ता व अनुसंधान को लेकर निरंतर कार्य कर रहा है, जिसके परिणामस्वरूप आगामी वर्षों में विश्वविद्यालय बेहतर परिणाम लाने में सफल होगा। इस उपलब्धि पर कुलसचिव डॉ एस. के. गर्ग ने भी विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों बधाई दी है।
    उल्लेखनीय है कि देश में विभिन्न विश्वविद्यालयों व उच्च शिक्षा के संस्थानों को रैकिंग देने के लिए राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क की शुरूआत की गई है, जिसमें अकादमिक, तकनीकी व अनुसंधान संस्थानों को विभिन्न मानदंडों के आधार पर परखा जाता है।
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