फरीदाबाद की आवाज़ : पुलिस सूत्रों के मुताबिक नगला एनक्लेव पार्ट 2 में बीती रात शर्मसार करने वाली यह घटना सामने आई।
यहां एक मकान में कुछ मजदूर परिवार रहते हैं।
एक परिवार में पति-पत्नी और 8 व 5 वर्षीय दो बच्चियां हैं।
रात को पति-पत्नी छत पर सो रहे थे, जबकि दोनों बच्चियां नीचे एक कमरे में सो रही थीं।
उसी मकान के एक कमरे में सोनू नामक 22 वर्षीय युवक रहता है। वह बिहार के जिला बक्सर का निवासी है और यहां मेहनत-मजदूरी करता है।
उसको इस बात की जानकारी थी कि बच्चियां कमरे में अकेली हैं।
बुधवार की रात को वह दबे पांव कमरे में घुस गया।
उसने 7 वर्षीय मासूम बच्ची को जान से मारने की धमकी दी, तो बच्ची सहम गई।
फिर सोनू ने बच्ची के साथ दुष्कर्म कर दिया।
इस वारदात में मासूम बच्चीघायल हो गई।
इसी बीच साथ में सो रही छोटी बच्ची जाग गई और मौका मिलते ही वह छत पर सो रहे अपने मम्मी-पापा के पास जा पहुंची।
छोटी बेटी रोती हुई महिला के पास गई और कहा कि बड़ी बहन रो रही है।
छोटी बच्ची ने नीचे कमरे में वारदात की सूचना के बारे में अपने माता-पिता को बताया।
महिला ने तुरंत जाकर कमरे में देखा, तो बच्ची रो रही थी इस दौरान कमरे से एक युवक को भागते हुए देखा, तो महिला ने शोर मचा दिया।
शोर सुनकर उसका पति और आसपास के लोग इकट्ठा हो गए, लेकिन तब तक आरोपी भाग चुका था।
महिला बच्ची की हालत देखकर वे सारा माजरा समझ गई।
सुचना मिलते ही घटनास्थल पर एसीपी धारणा यादव, एसीपी बड़खल सुखबीर सिंह, एसएचओ सारन व चौकी प्रभारी तुरंत मौके पर पहुंचे।
डीसीपी मुख्यालय डॉक्टर अर्पित जैन स्वयं केस की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
पुलिस ने तुरंत टीम तैयार कर आरोपी को मात्र आधे घंटे में ही धर दबोचा।
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने पोक्सो एक्ट के अंतर्गत तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली है और यह केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा।
पीड़ित बच्ची को तुरंत बीके हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां बच्ची का मेडिकल करके प्राथमिक उपचार दिया और फिर दिल्ली सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया।
बच्ची के परिवार को वित्तीय सहायता दिलवाने के लिए पुलिस ने जिला प्रशासन एवं न्यायिक अधिकारियों को पत्र लिखा है।