फरीदाबाद की आवाज़ : फरीदाबाद 13 जून । फीस वृद्धि और बच्चों को हरासमेंट करने से नाराज मॉडर्न डीपीएस के अभिभावकों ने शनिवार को स्कूल के सामने प्रदर्शन करके विरोध प्रकट किया। अभिभावक इस बात से ज्यादा नाराज दीखे कि चेयरमैन एफएफआरसी व मंडल कमिश्नर फरीदाबाद ने 25 मई को फीस वृद्धि को लेकर स्कूलों को नोटिस जारी किए उसके बावजूद भी स्कूल प्रबंधक बढ़ी हुई फीस ले रहे हैं । फीस वृद्धि का विरोध करने पर बच्चों व अभिभावकों पर हर तरह का दबाव डालकर हरासमेंट किया जा रहा है , बच्चों को नाम काटने की धमकी दी जा रही है। गौरतलब है कि इस स्कूल के अभिभावकों ने इससे पहले भी लघु सचिवालय व उपायुक्त निवास पर प्रदर्शन करके उपायुक्त को मांग पत्र व ज्ञापन सौंपा है । अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल संचालक की ऊपर तक पहुंच होने के कारण उनके ज्ञापन पर कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की गई है।अभिभावक अवधेश शर्मा,अंशुल चौहान, राजेश सिंह, रविंदर,कमल गुप्ता ,सुमित , अरुण ,वीरेंद्र भारद्वाज, हेमंत, अभिषेक आदि ने बताया कि गत वर्ष 2019 में इस स्कूल की मासिक ट्यूशन फीस ₹7000 थी जो अब बढ़ाकर रु 9560 कर दी गई है। और इसमें कई अन्य चार्ज भी जोड़ दिए हैं। स्कूल प्रबंधक ने हर तरह का दबाव डालकर व डरा धमका करके 90% अभिभावकों से अप्रैल मई-जून की बढ़ी हुई फीस वसूल ली है, शेष बचे अभिभावकों को रोजाना हर तरह से डरा धमका जा रहा है, सामाजिक जान-पहचान निकालकर के उनके घरों तक पहुंच कर उनके मां-बाप को इमोशनल परेशान किया जा रहा है। इसी से नाराज होकर अभिभावक स्कूल के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। अभिभावकों ने कहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा महावीर सिंह को पत्र लिखकर इस स्कूल की मनमानी व चेयरमैन एफएफआरसी ,डीसी व जिला शिक्षा अधिकारी के नकारात्मक रुख की जानकारी देकर अभिभावकों की मदद करने और इस स्कूल की मान्यता रद्द करने की गुहार लगाई है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है।
मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व जिला सचिव मनोज शर्मा ने कहा है अभिभावकों की शिकायत पर चेयरमैन एफएफआरसी द्वारा दिए गए नोटिस के बाद भी इस स्कूल व अन्य स्कूलों द्वारा बढ़ी हुई फीस वसूलना, छात्रों व अभिभावकों को हरासमेंट करना दर्शाता है कि स्कूल संचालक अपने आपको अधिकारियों व कानून से ऊपर मानते हैं । मंच ने चेयरमैन एफएफआरसी को पत्र लिखकर कहा है कि मॉडर्न डीपीएस सहित ग्रैंड कोलंबस, अरावली इंटरनेशनल ,एमबीएन आदि जिन स्कूलों ने नियमों के विरुद्ध अभिभावकों से बढ़ी हुई फीस वसूल ली है उस फालतू फीस को वापस कराए जाए या आगे एडजस्ट कराए जाए। इसके अलावा मासिक आधार पर ही सिर्फ ट्यूशन फीस ही अभिभावकों से ली जाए। जो स्कूल ऐसा ना करें उनकी एनओसी व मान्यता रद्द की जाए। ब्ब मंच ने अभिभावकों से कहा है कि वे एकजुट व जागरूक होकर इसी तरह अपनी आवाज बुलंद रखें ,स्कूलों की मनमानी का पुरजोर तरीके से विरोध करें ।मंच उनकी पूरी मदद करेगा ।