फरीदाबाद की आवाज़ : चंडीगढ़ 31मई । हरियाणा सरकार अभी दिल्ली बार्डर खोलने के मूड में नहीं है। इस आशय के संकेत उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दिए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली से सटे हरियाणा के लिए विशेष रणनीति बनाने की जरूरत होगी।
हरियाणा कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामलों के कारण हरियाणा-दिल्ली बार्डर सील किया है।
चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में एक बैठक में हुई।
बैठक में हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, गृह मंत्री अनिल विज, मुख्य सचिव गृह सचिव और पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में लॉकडाउन 5.0 के बारे में केंद्रीय गृह मत्रालय की नई गाइडलाइन पर चर्चा हुई।
किन्तु बैठक के बाद हरियाणा-दिल्ली बार्डर खोलने पर कोई घोषणा नहीं हुई।
अलबत्ता उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का सायं लगभग पौने आठ बजे एक बयान जारी हुआ, जिसमें उन्होंने दिल्ली से लगते गुरुग्राम, सोनीपत, फरीदाबाद, झज्जर जिलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों पर भी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इन चार जिलों को प्रदेश के अन्य सभी जिलों से अलग देखते हुए यहां कोरोना कंट्रोल करने के लिए निरंतर मजबूत कदम उठाने होंगे।
दुष्यंत चौटाला ने यह कहने से गुरेज किया है कि बार्डर बंद रहेगा या खुलेगा।
सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्री विज बार्डर खोलने के पक्ष में बिल्कुल नहीं है।
बयान में चौटाला हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर सील होने की तरफदारी करते दिखे।
बयान में चौटाला ने कहा कि इसी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर को सील करने का निर्णय लिया है और वहां ई-पास के माध्यम से लोगों को दिल्ली से आने-जाने की सुविधा दी।
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं दिल्ली में स्थित हरियाणा के पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह व अन्य विश्राम गृहों में ठहरने के लिए स्थान दिए गए, ताकि कोरोना संक्रमण का फैलाव न हो।
उन्होंने दिल्ली से भी आग्रह किया कि वहां भी कर्मचारियों के लिए ऐसी व्यावस्था स्थापित करनी चाहिए।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि श्रमिकों को लेकर उद्योगों से जुड़े लोगों की मांग आई है कि कंस्ट्रक्शन से जुड़े श्रमिक वापस अपने काम पर लौटना चाहते हैं, जो कोरोना महामारी के चलते बड़ी संख्या में प्रदेश से गए थे।
उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें वापस काम पर लाकर उद्योगों को सुचारू करने के लिए परिवहन सुविधा बहाल करने के लिए चर्चा करेगी।
बार्डर सील की मुश्किलें
हरियाणा में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 2091 हो गई है।
कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण ही राज्य के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज ने हरियाणा से लगते दिल्ली की सीमाओं को सील करवा दिया था।
दिल्ली की सीमाएं फरीदाबाद, गुरूग्राम और सोनीपत से मिलती हैं।
फरीदाबाद बार्डर का राष्ट्रीय राजमार्ग दिल्ली को शेष मध्य और दक्षिण भारत को सड़क मार्ग से जोड़ता है।
सोनीपत बार्डर का राष्ट्रीय राजमार्ग दिल्ली को हरियाणा, पंजाब, कश्मीर, हिमाचल आदि उत्तर भारत से जोड़ता है।
जबकि फरीदाबाद, गुरूग्राम और सोनीपत में सर्वाधिक लोग दिल्ली में संपर्कों के चलते संक्रमित हुए हैं।
इसलिए अनिल विज ने बार्डर सील करने का सख्त निर्णय लिया था।
बार्डर बंद होने से दिल्ली और अन्य राज्यों के मध्यम औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियां एक बार ठप हो गई थीं।
बार्डर न खुलने से दिल्ली और अन्य प्रदेशों के उद्यमियों और व्यापारियों को भारी दिक्कत होगी।