फरीदाबाद के लिए बुरी खबर एक ही दिन में हुई 3 मौत, कोरोना का प्रकोप चरम पर।

फरीदाबाद की आवाज़: फरीदाबाद 26 मई । फरीदाबाद में कोरोना खतरनाक रूप धारण करता जा रहा है। कोरोना के कारण 26 मई को एक ही दिन में तीन मौतें हुई हैं, बावजूद इसके पूरा शहर सड़कों पर नज़र आ रहा है। और इसके अलावा 23 पॉजिटिव भी पाए गए हैं और पॉजिटिव की कुल संख्या 234 हो गई है।

सूत्रों कि अनुसार आज कि मौतों में तीन दिन की एक बच्ची भी शामिल है। यह बच्ची गुरुग्राम की है। इसके अलावा दो अन्य लोग भी कोरोना वारयस कि वजह से काल को प्राप्त हो चुके हैं।

मंगलवार को फरीदाबाद में 23 पॉजिटिव भी पाए गए हैं। कोरोना काल में अब तक एक दिन में मिले पॉजिटिव की यह सबसे बड़ी संख्या है। और इसी के साथ संक्रमितों का आँकड़ा बढ़ कर 234 हो गया है।

आज सुबह की कोरोना रिपोर्ट में तीन लोग पॉजिटिव घोषित हुए थे। इनमें फ्रेंड्स कॉलोनी, पंचशील कॉलोनी और बीपीटी क्षेत्र का एक-एक व्यक्ति शामिल था।

कोरोना पॉजिटिव में एनआईटी नंबर दो की पहले एक युवती पॉजिटिव घोषित हुई थी। अब उसके परिवार के तीन अन्य लोग पॉजिटिव आए हैं। इनमें दो पुरुष और छह साल का एक बच्चा शामिल है।

एक्सपोर्ट हाउस में काम करने वाली दो महिलाएं पॉजिटिव घोषित हुई थीं। उन्हीं के साथ काम करने वाला एक व्यक्ति अब पॉजिटिव आया है। यह व्यक्ति सेक्टर 31 के पास बंगाल शूटिंग इलाके का रहने वाला है।

मंगलवार के आंकड़ों में एक 22 वर्षीय डॉक्टर भी पॉजिटिव घोषित हुई है। उसकी केस हिस्ट्री का पता नहीं चल पा रहा है कि वह कैसे पॉजिटिव हुई। आशंका है कि किसी पॉजिटिव के संपर्क में आने से ऐसा हुआ है।

ईएसआई अस्पताल में दो कोरोना संदिग्ध महिलाएं भर्ती थीं। अब उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है।

एक 40 वर्षीय व्यक्ति दिल्ली के तुगलकाबाद क्षेत्र का निवासी है और फरीदाबाद में काम करता है। उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
सेक्टर 15 का 27 वर्षीय युवक, बाटा मोड़ स्थित रामनगर की एक 20 वर्षीय युवती, नहर पार क्षेत्र की भारत कॉलोनी का 11 वर्षीय बच्चा, भूड़ कॉलानी का एक 45 वर्षीय व्यक्ति, गांव नरियाला निवासी 29 वर्षीय युवक, भसकोला निवासी एक 24 वर्षीय युवती, चावला कॉलोनी का एक 29 वर्षीय व्यक्ति, गौंछी गांव के निकट जीवन नगर की एक महिला, बसेलवा कॉलोनी निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति भी पॉजिटिव पाया गया है।

लॉकडाउन खुलने के बाद केस बढ़े

जिले में आंकड़ों की वृद्धि पर नजर डालने से पता चलता है कि जब से लॉकडाउन 4.0 लागू हुआ है। तब से शहर में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं। इस कारण एक ही दिन में दो-दो दर्जन केस आने लगे हैं। यदि जिले में कोरोना की इस रफ्तार को नहीं रोका गया, तो आने वाले दिन शहर में बेहद खौफनाक हालत बन जाएंगे। कोरोना की चेन तोडऩे के लिए शहरवासियों को प्रशासन द्वारा घोषित उपायों के साथ कदमताल मिलानी होगी।

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