फरीदाबाद की आवाज़ : फरीदाबाद 25 मई । सोमवार को ज़िले में लगातार बढ़ रहे कोरोना केसों की संख्या 210 हो गई है। आज सैक्टर 37 से एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। 67 वर्षीय बुजुर्ग का पहले से ही अपोलो अस्पताल दिल्ली से ईलाज चल रहा था। सोमवार की सुबह ही उन्हें कोविड सेंटर लाया गया है। इससे पहले शनिवार की देर रात से लेकर रविवार की तडक़े सुबह तक कोरोना के 22 केस हो गए थे। इसके बाद दो नए और केस आए हैं। इन सभी को मिलाकर यह संख्या 209 पर पहुंच गई थी।
सोमवार को इस नए केस के बाद यह संख्या 210 पर पहुंच गई है। बता दें कि रविवार की सुबह से तीन नए केसों में बल्लभगढ़ की भगतसिंह कालोनी से एक 15 वर्षीय बच्ची है, इसकी कोई भी पहले की हिस्ट्री स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं थी। उसे घर पर ही रहने व चिकित्सा लेने की सलाह दी गई है। दूसरा मरीज ऑटोपिन झुगगी से है, जिसकी उम्र 35 वर्ष बताई गई है। यह अपने पड़ोसी की वजह से कोरोना की चपेट में आया है। तीसरा केस बल्लभगढ़ की चावला कालोनी स्थित सौ फुट रोड से आया है, इनकी उम्र 55 वर्ष बताई गई है। यह डबुआ में रहने वाले किसी पहचान वाले के चलते पॉजीटिव हुए हैं।
इन सभी को मिलाकर फरीदाबाद में कुल पॉजीटिव की संख्या 209 हो गई थी। इन सब के अलावा फरीदाबाद में एक युवक की मौत ने भी स्वास्थ्य विभाग को परेशानी में डाल दिया है। हालांकि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि युवक की मौत कोरोना की वजह से नहीं हुई है, मगर उसका दाह संस्कार कोविड-19 नियम के अनुसार ही करवाया गया है। जानकारी के अनुसार सैक्टर 21 बी में रहने वाले 21 वर्षीय युवक की रविवार को मौत होने की खबर आई। बताया गया है कि बिहार से ताल्लुक रखने वाला यह परिवार सैक्टर 21बी में किराए पर रहता है। बताया गया है कि युवक की तबियत खराब हो गई थी और रविवार को उसकी मृत्यु हो गई।
इस खबर के बाद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के माथे पर पसीना आ गया। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारी डा. रामभगत का कहना है कि युवक की मौत कोरोना की वजह से नहीं हुई है, मगर सुरक्षा कारणों के चलते उसका दाहसंस्कार कोविड-19 के नियमों के अंतर्गत अवश्य किया गया है। आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 नियम के तहत किसी भी पॉजीटिव केस की पहचान उजागर नहीं की जाती है। वहीं रविवार को अब कुल संख्या 209 पर पहुंच गई थी, जोकि सोमवार को 210 हो गई है । वहीं प्रशासन का कहना है कि कोरोना से 118 लोग ठीक भी हुए हैं, जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।