फरीदाबाद की आवाज़: 9 अप्रैल दिल्ली निजामुद्दीन मरकज (मुख्यालय) से हरियाणा में आकर छिपे तब्लीगी जमातियों के प्रति राज्य सरकार ने बहेद कड़ा रुख अपना लिया है। अब छुपे हुए जमातियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। छिपे हुए तब्लीगी जमातियों को बुधवार समय तक खुद बाहर आकर सरेंडर करने का समय दिया गया था। इस अवधि तक करीब 200 तब्लीगी जमातियों ने खुद को अलग-अलग जिलों में प्रशासन के सामने पेश कर दिया। राज्य में तब्लीगी जमातियों की संख्या अब 1562 हो चुकी है। इनमें 82 तब्लीगी जमाती ऐसे हैं,जिन्हें कोरोना पाजीटिव पाया गया है। इसके बाद मिले तब्लीगी जमातियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज होगा।
आत्मसमर्पण करने की अवधि खत्म होने के बाद सरकार ने लिया कड़ा फैसला
हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि बुधवार शाम पांच बजे के बाद किसी भी जिले में छिपे हुए तब्लीगी जमाती के पकड़े जाने पर उसके विरुद्ध हत्या के प्रयास (भादसं की धारा 307) में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। फिर उसका कोरोना टेस्ट होगा। यदि टेस्ट पाजीटिव रहा तो यह मुकदमा चलता रहेगा। रिपोर्ट निगेटिव आने की स्थिति में भादसं की धारा 307 हटा दी जाएगी। गृह मंत्री अनिल विज ने राज्य सरकार के इस फैसले की पुष्टि की है। माना जा रहा कि अब पुलिस हर जिले में छिपे हुए तब्लीगी जमातियों की धरपकड़ करेगी, ताकि उनके जरिये कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके।
अब तक 1562 तब्लीगी सामने आए
हरियाणा सरकार ने सभी 1562 तब्लीगी जमातियों के कोरोना टेस्ट कराने का निर्णय लिया है। इनमें से 884 के टेस्ट हो चुके, जिनमें 107 विदेशी शामिल हैं। 590 जमातियों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी। 212 तब्लीगी जमातियों की रिपोर्ट का इंतजार है। बाकी जमातियों के भी टेस्ट चल रहे हैं,जो शुक्रवार तक पूरे हो जाने की संभावना है। 1562 जमातियों में1036 दूसरे राज्यों के,419 हरियाणा के और 107 जमाती विदेशी हैं।
छिपे जमाती को कोरोना पाजीटिव मिला
तो चलेगा मुकदमा,निगेटिव केस में हटेगी धारा
गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि हमने इन जमातियों को बाहर आने का काफी समय दिया। अब और समय नहीं दिया जा सकता। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी जनता के साथ संवाद में तब्लीगी जमातियों को बड़े ही नरम लहजे में सख्त चेतावनी दी। उन्होंने गृह मंत्री विज के बयान का तो कोई जिक्र नहीं किया, लेकिन साफ शब्दों में कह दिया कि ऐसी किसी भी स्थिति को स्वीकार नहीं किया जा सकता, जिससे समाज में संक्रमण फैले।
विज ने कड़ी भाषा में समझाया तो
मनोहर लाल ने नरम अंदाज में दी चेतावनी
मुख्यमंत्री ने कहा कि डर या किसी भी कारण से छिपना समस्या का समाधान नहीं है। निजामुद्दीन मरकज में जलसे हर साल होते होंगे,लेकिन यह समय राज्यों में जाकर घूमने का नहीं था। उन्होंने मौलवियों से भी अनुरोध किया कि वह छिपे हुए तब्लीगी जमातियों से बाहर आकर आत्मसमर्पण करने को कहें,ताकि घरों में छिपे रहकर वह समाज के बाकी लोगों में संक्रमण न फैला सकें।
मनोहर लाल ने कहा कि अभी भी यदि कोई सामने आएगा तो कानूनी तौर तरीकों का इस्तेमाल करते हुए क्वारंटाइन के बाद उसे जाने दिया जाएगा। उन्होंने माना कि राज्य में कोरोना पाजीटिव मामलों की संख्या इन तब्लीगी जमातियों की वजह से बढ़ी है, लेकिन अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा। उन्हें बाहर निकलना चाहिए।
प्रदेश के लोगों की जिंदगी दांव पर नहीं लगा सकते
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश में किसी को भी समाज का माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। कोरोना वायरस महामारी है और पूरी दुनिया इससे त्रस्त है। हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों संक्रमित हैं। बड़ी संख्या में तब्लीगी जमातियों को काबू किया जा चुका है। जो अब भी छिपे बैठे हैं और सामने नहीं आ रहे हैं, ऐसे लोगों को समाज का दुश्मन ही कहा जाएगा। कुछ लोगों को पूरे प्रदेश की जिंदगी दांव पर लगाने की छूट नहीं दी जा सकती। अब पकड़े जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी तय है।
चार जिले खतरनाक, सात अच्छे
बाकी में इक्का-दुक्का केस’
हमारे प्रदेश की परंपरा सांप्रदायिक सौहार्द की रही है। राज्य के 22 जिलों में से चार जिले ऐसे हैं, जिनमें सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण फैला है। इनमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह और पलवल शामिल हैं। सात जिले ऐसे हैं, जहां हालात काफी ठीक हैं। इन सात जिलों को मिलाकर देखा जाए तो 15 जिलों में इक्का-दुक्का केस सामने आए हैं। निजामुद्दीन मरकज से यदि तब्लीगी जमाती प्रचार करने नहीं निकलते तो स्थिति काफी ठीक रहती। फिर भी हम हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं। मुफ्ती और मौलवियों को चाहिए कि वह जमातियों से सामने आने को कहें। – मनोहर लाल,मुख्यमंत्री, हरियाणा।