लड़की/महिलाओं के व्हाट्सएप को हैक कर पर्सनल जानकारी जुटाकर ब्लैकमेल करने वाले मुख्य आरोपी व एक महिला सहित तीन आरोपियों को साइबर अपराध शाखा ने किया गिरफ्तार
आरोपी व्हाट्सएप पर पर्सनल चैटिंग को वायरल करने के नाम पर ब्लैकमेल कर ऐंठते थे पैसा।
ज्यादातर कॉलेजों की लड़कियों को बनाते थे अपना शिकार।
12वी पास आरोपी पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, दिल्ली में अनेक वारदातों को दे चुका हैं अंजाम।
सिम पोर्ट कराते समय आरोपीयान फर्जी आधार कार्ड का करते थे इस्तेमाल।
एयरटेल कंपनी का प्रोमेट्टर सत्तार खान उपलब्ध कराता था सिम
उन्हीं फर्जी नंबरों से कॉल करके लड़कियों को जाल मे फसा कर ब्लैकमेल करता था
अलग-अलग जगह की करीब 100 से अधिक लड़कियों को शिकार बना चुका था
फरीदाबाद की आवाज़ : फरीदाबाद की साइबर अपराध शाखा ने एक ऐसे गिरोह को दबोच ने में कामयाबी हासिल की है जो कि लड़की एवं महिलाओं के व्हाट्सएप को हैक कर उनकी पर्सनल चैटिंग को वायरल करने का डर दिखाकर एवं इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से उनका पीछा कर उनसे पैसा वसूलते थे।
आपको बताते चलें कि साइबर अपराध शाखा ने जिन 3 आरोपियों को गिरफतार किया है। आरोपियो ने एन.आई.टी. मे रहने वाली एक महिला का ब्हाटसएप हैक करके उसके व्हाट्सएप की चैटिंग को वायरल करने का डर दिखाकर पीड़ित लड़की एवं उसके जानकारो से पैसे की मांग की थी।
जिस पर आरोपियों के खिलाफ महिला थाना एन.आई.टी मे मुकदमा दर्ज किया गया था।
श्रीमान पुलिस आयुक्त श्री के.के.राव के संज्ञान में मामला आने पर उन्होंने डीसीपी क्राइम श्री मकसूद अहमद के नेतृत्व में एवं श्री अनिल यादव एसीपी क्राइम की देखरेख में साइबर अपराध शाखा को मामले की तहकीकात करने और जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने के दिशा निर्देश दिए थे।
आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम गठित की जिसमें निरीक्षक बसन्त कुमार, प्रभारी साईबर अपराध शाखा, अनुसंधान अधिकारी महिला स.उ.नि. नीलम थाना महिला एन.आई.टी., उप निरीक्षक राजेश कुमार साथी स.उ.नि बाबूराम, स.उ.नि सत्यवीर, मु.सि. नरेन्द्र कुमार, मु.सि. देवेन्द्र कुमार, सिपाही अंशुल शामिल थे।
साईबर टीम ने साईबर तकनीक का प्रयोग करके, कडी मेहनत से गिरोह के 3 आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
गिरफ्तार आरोपियानः-
- मनीष पुत्र स्व. सुभाष चंद निवासी झावर नगर, पलवल।
- पूजा निवासी तिगांव फरीदाबाद
- सत्तार खान निवासी कुटवाया, थाना ककोड जिला बुलंदशहर यूपी।
एसीपी क्राइम श्री अनिल यादव ने प्रेस वार्ता के दौरान खुलासा करते हुए बताया कि दौराने तफतीश यह भी सामने आया कि गिरफतार किए गए मुख्य आरोपी मनीष जैन के खिलाफ पलवल, गुरूग्राम, दिल्ली वगैरा मे भी इसी तरह की वारदातों के अभियोग दर्ज है।
आरोपियान से पूछताछ मे सामने आया कि वे किसी स्कूल या कालिज के लडको से दोस्ती करते और फिर किसी तरह उनसे लड़कियों के मोबाईल नंबर हासिल कर लेते थे।
उसके उपरान्त फर्जी मोबाईल नंबरो से लडकियो को काल की जाती और धोखाधडी से उनके ब्हाटस एप को हैक कर लिया जाता था।
उनकी पर्सनल जानकारिया/डाटा हासिल कर लिया जाता और उनसे कहा जाता कि उनकी पर्सनल फोटो व जानकारिया और व्हाट्सएप पर की गई चैटिंग उनके पास है और उनको वायरल ना करने की एवज मे पैसे की डिमांड की जाती थी।
कुछ लडकिया उनके दवाब मे आकर उनके बताए अकांउट मे पैसे डलवा देती थी। उसके बाद आरोपियान उन पीडित लडकियो के मोबाईल मे सेव नंबरो को भी इसी तरह शिकार बनाते थे।
शर्म व डर के कारण पीडिताए पुलिस के पास भी नही जाती थी। इन्हीं बातों का फायदा उठाकर आरोपियान बेफिक्र होकर वारदातो को अंजात देते रहे।
आरोपी ने एनआईटी. मे रहने लडकी को इसी तरह अपना शिकार बनाने की कोशिश करते हुए उसका ब्हाटसएप हैक कर लिया और उससे भी पैसो की मांग की गई।
लेकिन लडकी बहादुर निकली उसने तुरन्त अपने परिजनो को इस बारे मे बतलाया जिस पर परिजनों ने पुलिस में शिकायत दी।
आरोपी जिस सिम कार्ड का इस्तेमाल करते थे पहले उन मोबाइल नंबरों को दूसरी यूजर कंपनी में पोर्ट कराते थे और मोबाइल नंबर को पोर्ट कराते समय फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करते थे।
दौराने तफतीश यह भी सामने आया कि टेलीकाम कम्पनियों द्वारा सिम बेचते समय व पोर्ट करवाते समय किस तरह नियमो की अनदेखी की जा रही है। इस उपरोक्त वारदात मे ऐयरटेल कम्पनी की तरफ से लगाए गए प्रोमोटर आरोपी सत्तार खान ने कुछ पैसो के लालच मे आरोपियान को फर्जी आधार कार्ड पर सिम जारी कर दी थी।
वोडाफोन कम्पनी की सिम को ऐयरटेल मे पोर्ट करते समय ये भी ध्यान नही रखा गया, कि वोडाफोन के उपभोक्ता का नाम व आई.डी. ऐयरटेल कम्पनी की सिम मे पोर्ट करवाते समय उसी उपभोक्ता के नाम व पता पर जारी की जा रही है या नही।
एसीपी क्राइम श्री यादव बताया ने कि आरोपियान से वारदात मे प्रयोग मोबाईल फोन, सिम कार्ड, व कई लडकियो/महिलाओ की पर्सनल जानकारिया व फोटो बरामद हुआ है।,
पुलिस प्रवक्ता सुबे सिहें ने जानकारी देते हुए बताया की आरोपी मनीष को 15 जून को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ की गई और पूछताछ के आधार पर अन्य दो आरोपी पूजा व सत्तार को गिरफ्तार किया गया था।
आरोपियो का कोविड- 19 का टेस्ट कराकर आज कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है
आरोपियों द्वारा शिकार बनाई गई उन लड़कियों से अपील है जिनको इन तीन 9971471819,,
7419171776,,
9319130978 नंबरों से कभी ब्लैकमेल या हरासमेंट करने के फोन आए हो तो कृपया वह अपनी शिकायत अपने संबंधित एरिया के महिला थाना या लोकल थाने में दे सकते हैं।
आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में गुड़गांव एवं दिल्ली पुलिस को सूचित किया गया है मुकदमा की तफतीश लगातार जारी है।