फरीदाबाद की आवाज़ : कोरोना (Coronavirus) संकट के बीच भारत पर एक और खतरा मंडरा रहा है। वह है एक बड़े भूकंप की आहट। विशेषज्ञों के अनुसार, भारत के किसी राज्य में जल्द ही एक बड़ा भूकंप आ सकता है। आशंका यह भी है कि यह भूकंप दिल्ली-एनसीआर में आएगा। देखा जाए तो बीते दो महीने में दिल्ली-एनसीआर की धरती कम या थोड़ा तेज 14 बार हिल चुकी है। सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में फिर धरती हिली और यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रह रहे लोगों को डराने के लिए काफी है। एक्सपर्ट्स की मानें तो इन छोटे झटकों को गंभीर चेतावनी के रूप में लेना चाहिए।
सोमवार दोपहर करीब 1 बजे रिक्टर स्केल पर 2.1 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र हरियाणा में गुरुग्राम के पश्चिमी क्षेत्र में जमीन से 18 किलोमीटर गहराई में था। इससे पहले आए झटकों का केंद्र भी दिल्ली, फरीदाबाद और रोहतक रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि बार-बार इस क्षेत्र में आ रहे भूकंप को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। यह किसी बड़े खतरे की आहट भी हो सकती है।
कब, कहां और कितनी रही तीव्रता बात अगर बीते दो महीनों की करें तो सबसे पहले 12 अप्रैल को 3.5 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र दिल्ली था। इसके ठीक एक दिन बाद 13 अप्रैल को 2.7 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र भी दिल्ली में था। फिर तीन दिन बाद 16 अप्रैल को 2 की तीव्रता से भूकंप आया। इस बार भी केंद्र दिल्ली ही था। इसके बाद करीब 16 दिन मामला शांत रहा, मगर 3 मई को एक बार फिर धरती रिक्टर स्केल पर 3 की तीव्रता से कांपी। केंद्र इस बार भी पहले की तरह दिल्ली रहा। 3 दिन बाद यानि 6 मई को 2.3 की तीव्रता से भूकंप आया, जिसका केंद्र इस बार दिल्ली से बदलकर फरीदाबाद हो गया था। 4 दिन के अंतराल पर 10 मई को 3.4 की तीव्र्रता से भूकंप आया, जिसका केंद्र वापस दिल्ली था। इसके बाद 15 मई को 2.2 की तीव्रता से दिल्ली हिली। केंद्र इस बार फिर दिल्ली रहा। 28 मई को धरती 2.5 की तीव्रता से हिली और केंद्र फरीदाबाद रहा। एक दिन बाद 29 मई को दो बार भूकंप आया, जिनकी तीव्रता 4.5 और 2.9 रही। दोनों का केंद्र हरियाणा का रोहतक था। दो दिन बाद 1 जून को एक बार फिर दो बार भूकंप आया, जिनकी तीव्रता 1.8 और 3 रही। इस दिन भी केंद्र रोहतक था। 3 जून को 3.2 की तीव्रता से भूकंप आया, जिसका केंद्र इस बार उत्तर प्रदेश का नोएडा था। 8 जून को 2.1 की तीव्रता से भूकंप आया, जिसका केंद्र गुरुग्राम था।
गंभीर चेतावनी दे रहे ये छोटे झटके हालांकि, आईआईटी के अलग-अलग एक्सपर्ट दिल्ली-एनसीआर में बड़े भूकंप को लेकर आगाह कर चुके हैं। आईआईटी धनबाद (IIT Dhanbad) में डिपार्टमेंट ऑफ अप्लाइड जियोफिजिक्स एंड सिस्मोलॉजी के प्रोफेसर पीके खान के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में कभी भी हाई इन्टेंसिटी का भूकंप आ सकता है। वहीं, आईआईटी कानपुर के कुछ प्रोफेसरों का कहना है कि दिल्ली-हरिद्वार रिज में लगातार खिंचाव हो रहा है, जिससे अक्सर धरती हिल रही है। यह सिलसिला जारी रह सकता है। इसके अलावा, नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मोलॉजी यानी एनसीएस के पूर्व प्रमुख एके शुक्ला भी मानते हैं कि छोटे भूकंप को गंभीर चेतावनी के रूप में देखा जाना चाहिए।