फरीदाबाद की आवाज़ : फरीदाबाद 23 मई । डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट यशपाल यादव ने कहा कि कुछ लोग सीधे-साधे व्यक्तियों को बहका कर उनसे पैसा वसूल रहे हैं। किसी भी तरह का पास किसी के कहने से जारी नहीं किया जाता है। कुछ वक्त के बाद अपने आप मंजूर हो जाता है, जिसका फायदा ये उठा रहे हैं। ऐसे लोगों से बचकर रहें। पास के नाम के पैसे किसी को न दें और मांगने पर शिकायत करें।
कोरोना वायरस और Lockdown जैसी भीषण परिस्थितियों में कई लोग दूसरों की मजबूरी का फायदा उठाने से नहीं चूकते हैं।
लोग लॉकडाउन की सूरत में किसी बीमारी या मृत्यु जैसी आपात स्थितियों में शहर से बाहर जाना चाहते हैं।
वे जब पास के लिए लघु सचिवालय पहुंचते हैं, तो दलाल उन्हें अपने चंगुल में लेकर एक पास के लिए दो से पांच हजार रुपए तक वसूलते हैं।
पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
क्राइम ब्रांच की टीम ने पंकज व विकास नाम के दो आरोपीयों को गिरफ्तार किया है।
इन आरोपियों ने 10 मिनट में इंटरस्टेट पास दिलाया और 5000 रुएए वसूल किए।
क्राइम ब्रांच ने मौके पर ही इंटरस्टेट पास दिलाने के नाम पर अवैध वसूली मे रंगे हाथों पकड़ लिया।
डीएम यादव कहते हैं कि ऐसे ही 2 लोगों को फरीदाबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि आयुक्त पुलिस और उनकी पूरी टीम का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने शिकायत मिलते ही बहुत तेजी के साथ इस पर काम किया।
डीएम यादव ने अपने उस मित्र को भी धन्यवाद किया है, जिन्होंने यह शिकायत उन तक पहुंचाई और जिसकी वजह से यह लोग गिरफ्तार हो पाए।
उन्होंने आश्वासन दिया है कि प्रत्येक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ बहुत तेजी से और सख्त कार्रवाई होगी। इसलिए इस तरह के कार्य से बचें।