फरीदाबाद की आवाज़ : कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया मेडिकल सुविधाओं के साथ जंग लड़ रही है जबकि भारत में तमाम लोग ताली-थाली, दीया-मोमबत्ती पटाखे और जुलूस के जरिए ये लड़ाई लड़ना चाह रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले 22 मार्च को ताली और ताली बजाने का आह्वान किया और उसके बाद 5 अप्रैल को दीया और मोमबत्ती जलाने का। उनके ताली और थाली के आह्वान पर ढोल नगाड़े और डीजे बजने लगे जबकि दिया और मोमबत्ती जलाने के आह्वान पर पटाखे भी चलने लगे, मशाल जुलूस निकलने लगे।
मातम के माहौल में मूर्खताभरा उत्सव मनाने वाले तमाम नेताओं के वीडियो सामने आ रहे हैं। जहां बीजेपी नेता और विधायक राजा सिंह मशाल जुलूस निकालकर चाइना वायरस गो बैक के नारे लगा रहे हैं।
वहीं बलरामपुर की बीजेपी महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष पिस्टल से कोरोना को मार भगाने की कोशिश कर रही हैं। उनकी इस अपराधी करतूत से कोरोना तो नहीं मरा होगा लेकिन भारतीय दंड संहिता के नियम जरूर टूट गए।
कानून तोड़ने के बावजूद उन पर कोई कार्यवाही न होने की स्थिति में समाजवादी पार्टी के नेता और एमएलसी सुनील सिंह साजन ने सवाल उठाया है। महिला नेता की अपराधिक करतूत का वीडियो अपलोड करते हुए उन्होंने फेसबुक पर लिखा-
भाजपा महिला मोर्चा की बलरामपुर की जिलाध्यक्ष फायरिंग कर #coronovirues को भगा रही हैं। हर्ष फायरिंग पर कार्रवाई के नियम इनके लिये नहीं है क्या? इनकी कब गिरफ्तारी होगी औऱ हथियार कब जब्त होंगे? या आप के राज में भाजपाइयों के लिये कोई और कानून लागू होता है? योगी जी?