फरीदाबाद की आवाज़ : फरीदाबाद, 13 जून। उपायुक्त यशपाल ने कहा कि जिला में कोविड-19 के पोजिटिव केसों में वृद्धि तो हुई है, लेकिन यह सभी पाॅजीटिव केस कोरोना मरीज के प्रथम व द्वितीय संपर्क वाले व्यक्ति ही हैं। अभी कुम्युनिटी स्प्रैड जैसी स्थिति नहीं है। लोगों को अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए, गर्म पानी पीएं तथा विटामिन सी अधिक से अधिक मात्रा में लेना चाहिए।
उपायुक्त शनिवार को आॅनलाइन वेब लिंक के माध्यम से पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उपायुक्त ने पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए बताया कि फरीदाबाद में ईएसआई अस्पताल में स्थित लैब आज से फिर वर्किंग में आ जाएगी तथा यहां पर कोरोना के सैंपल की टेस्टिंग शुरू हो जाएगी। इससे पहले कई दिन तक बायो-टैक्नोलाॅजी लैब फरीदाबाद तथा नल्हड़ मेडिकल कालेज व खानपुर मेडिकल कालेज, गोहाना मंे सैंपल भेजे जा रहे थे। नागरिक अस्पताल बीके में भी कोविड-19 की टेस्टिंग करवाई जा सकती है।
जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड-19 के बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। साइकिल रिक्शा व ई-रिक्शा के माध्यम से एनाउंसमेंट कर पूरे शहर में कोविड से बचने व जरूरी एहतियात बरतने के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। नुक्कड़ नाटक अलग-अलग एरिया में करवाए जा रहे हैं। कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर 0129-2221000 व 1950 को एक्टिव किया हुआ है।
उन्होंने बताया कि नगर निगम फरीदाबाद की ओर से शहरी क्षेत्र व खासकर कंटेनमेंट जोन में तथा डीआरडीए द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में सघन सेनेटाइज अभियान चलाया जा रहा है। बाजार व दुकान खोलने के संबंध में विस्तृत गाइडलाइन जारी की हुई हैं, फिर भी कोई दुकानदान या व्यक्ति इन हिदायतों की पालना नहीं करता तो उनके खिलाफ निश्चित तौर पर कार्यवाही की जाएगी तथा उनके चालान काटे जाएंगे। सभी को रात्रि कफ्र्यू की पालना करनी होगी तथा माॅस्क भी लगाना अनिवार्य होगा। जिला में कोविड-19 के मद्देनजर नियमों की पालना के लिए आठ इंसिडेंट कमांडर लगाए हैं, इनमें तीन एसडीएम, एस्टेट आफिसर, एचएसवीपी, ज्वाइंट कमिश्नर एमसीएफ तथा तीन बीडीपीओ शामिल हैं। उन्होंने बताया कि लाकडाउन आगे बढ़ने की संभावना नहीं है। जिला बुलेटिन से संबंधित डाटा अधिक स्टीक होता है, क्योंकि स्टेट का डाटा अपडेट होने में कुछ गेप आ जाता है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की सूचना को छुपाया नहीं जा रहा। डाटा रिलीज करते समय कुछ औपचारिकताएं जरूर पूरी करनी होती हैं, जिसमें कुछ समय लग जाता है। सभी सूचनाएं पारदर्शी तरीके से जारी की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन संबंधी हिदायतों के अनुसार आखरी मरीज के पाॅजीटिव पाने पर 28 दिनों की अवधि होती है। जिला में कोरोना मरीज की मृत्यु संबंधी डाटा जो जारी किया गया है, वह ठीक है। एमसीएफ द्वारा दूसरे राज्यों से संबंधित पाॅजीटिव मामलों में मौत होने वाले मरीज का भी दाहसंस्कार किया गया है।